पूर्णागिरि धाम बनेगा ट्रस्ट, आदेश हुए जारी, कमेटी करेगी बायलॉज तैयार

चम्पावत : करीब 30 सालों से मां पूर्णागिरि धाम को ट्रस्ट बनाने की मांग जल्द पूरी होगी। विश्व प्रसिद्ध पूर्णागिरि धाम के ट्रस्ट बनने का रास्ता साफ हो गया है। इसके लिए शासन ने आदेश भी जारी कर दिए है। 
शासन के आदेश पर चम्पावत जिला प्रशासन ने एडीएम की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है। ये कमेटी एक माह तक विभिन्न धामों में बने ट्रस्ट के अवलोकन कर बायलॉज तैयार करेगी। 
मां पूर्णागिरि धाम को मां वैष्णो देवी की तर्ज पर ट्रस्ट बनाए जाने की मांग 1990 से की जा रही है। तब से लोग धरना प्रदर्शन कर रहे थे। करीब एक दशक पूर्व भी इसको लेकर प्रशासन ने कवायद कर बायलॉज तैयार किया था लेकिन पुजारियों के विरोध के बाद उसे ठंडे बस्ते में डाल दिया था।
इसके बाद टनकपुर निवासी नरेश कुमार उर्फ नरेश सकारी ने 30 अप्रैल 2019 को हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर कर पूर्णागिरि धाम को जागेश्वर धाम की तर्ज पर ट्रस्ट बनाने की मांग उठाई थी। उनका कहना कि पूर्णागिरि धाम में सालाना लाखों भक्त आते हैं। इससे धाम में सालाना करोड़ों रुपये का चढ़ावा आता है, जिसका कोई हिसाब-किताब नहीं रहता है। 
नैनीताल हाईकोर्ट के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश रमेश रंगनाथन एवं न्यायमूर्ति एनएस धनिक की खंडपीठ ने 30 मई 2019 को राज्य सरकार को आदेश दिए थे कि वह पूर्णागिरि ट्रस्ट निर्माण को लेकर तीन माह के भीतर स्थिति स्पष्ट करने के आदेश दिए थे। उसके बाद से शासन स्तर से जिला प्रशासन से भी इस मामले में आख्या और जांच रिपोर्ट मांगी गई थी। तब से ये मामला शासन स्तर पर ही लंबित था।
विगत दो मार्च को शासन ने हाईकोर्ट के पूर्व के आदेश के क्रम में पूर्णागिरि धाम को ट्रस्ट बनाने पर सहमति देते हुए जिलाधिकारी से विस्तृत आख्या मांगी है।  डीएम विनीत तोमर ने एडीएम टीएस मर्तोलिया की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय टीम गठित की गई है। 
डीएम ने बताया कि एसडीएम टनकपुर, वरिष्ठ कोषाधिकारी, जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी और जिला पर्यटन विकास अधिकारी कमेटी में रखे गए है। कमेटी को विभिन्न मंदिरों के बायलॉज का अध्ययन कर ट्रस्ट बनाने को बायलॉज तैयार करने के निर्देश दिए है। इसके लिए एक माह का समय दिया गया है।
उन्होंने बताया कि शासन ने पूर्णागिरि मंदिर को ट्रस्ट बनाने को लेकर सहमति दी है।शासन के आदेश पर एडीएम के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम गठित कर दी है। एक माह के भीतर पूर्णागिरि ट्रस्ट का बायलॉज तैयार कर शासन को भेजा जाएगा।

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