पूरे एशिया से उत्तराखंड के मोतीचूर के रेंजर महिंद्र गिरी को मिला यह अंतरराष्ट्रीय सम्मान, पढ़िए पूरी खबर

उत्तराखंड : हरिद्वार के मोतीचूर रेंज के रेंजर ने उत्तराखंड ही नहीं बल्कि पूरे देश का मान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ाया है। दरअसल, राजाजी टाइगर रिजर्व के रेंजर महिंद्र गिरी के नाम की घोषणा अंतरराष्ट्रीय रेंजर अवॉर्ड के लिए हुई है। उनको वन्यजीवों के संरक्षण में अहम योगदान के लिए आईयूसीएन-डब्ल्यूसीपीए इंटरनेशनल रेंजर अवॉर्ड के लिए चयनित किया गया है। यह पुरस्कार पाने वाले महेंद्र गिरी अभी तक एशिया के इकलौते रेंजर हैं।
इंटरनेशनल रेंजर फेडरेशन, ग्लोबल वाइल्डलाइफ कंजर्वेशन और कंजर्वेशन एलाइज के सहयोग से दिए जाने वाले इस पुरस्कार के लिए दुनिया के 43 देशों के 630 टाइगर रिजर्व के 630 रेंजर और वनकर्मियों ने दावेदारी की थी। परंतु सभी पहलुओं को जांचने-परखने के बाद संस्था ने इस पुरस्कार के लिए पूरे एशिया महाद्वीप से एकमात्र महेंद्र गिरी का ही चयन किया।
उन्हें पुरस्कार के तौर पर दस हजार डॉलर की राशि के साथ प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। साथ ही संस्था की ओर से सम्मानित रेंजर को विशेष प्रकार की वर्दी प्रदान की जाएगी।
डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के लैंडस्केप को-ऑर्डिनेटर डॉ. आइपी बोपन्ना ने राजाजी निदेशक डीके सिंह को पत्र लिख यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि नवंबर 2020 विचार-विमर्श के बाद महिंद्रा गिरी को नामित किया गया था। अंतरराष्ट्रीय रेंजर फेडरेशन, ग्लोबल वाइल्डलाइफ कंजर्वेशन और संरक्षण सहयोगियों की ओर से उत्कृष्ट कार्य करने के लिए दुनियाभर के वन रेंजरों का चयन किया गया। संस्था की ओर से जो पुरस्कार राशि दी जाएगी, उससे वन्यजीवों के संरक्षण को लेकर उपकरणों की खरीद के साथ ही कर्मचारियों के प्रशिक्षण पर भी खर्च किया जाएगा
जानकारी के अनुसार, इसके लिए मोतीचूर के रेंजर महिंद्रा गिरी एशिया से एकमात्र विजेता हैं। बाकी विजेता अमेरिका, अफ्रीका और पूर्वी यूरोप से हैं। कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए पुरस्कार समारोह ऑनलाइन आयोजित किया जाएगा और पुरस्कारों की आधिकारिक घोषणा सात अप्रैल को की जाएगी।

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