सिलीगुड़ी से मंगाई गयी असम चाय की प्रजाति, देहरादून के चाय बागान जल्द महकेंगे असम की चाय से

देहरादून : उत्तराखंड में चाय को लेकर लोगों की दीवानगी सबको पता ही है। अब चाय को लेकर ही राज्य के चाय के चाहने वालों के लिए एक अच्छी खबर सामने आ रही है। देहरादून में लम्बे समय से सूने पड़े चाय के बागानों में एक बार फिर से हरियाली दस्तक देने वाली है। जल्द ही यहां के चाय बागान अब पूरी दुनिया में प्रसिद्ध असम की चाय से महकने वाले हैं।
असम की चाय पीने लोग दूर-दूर से आते हैं। यह भी कहा जाता है कि चाय प्रेमियों को जीवन में एक बार तो असम की चाय पीने का अनुभव कर लेना चाहिए। अब लोग उसी चाय की खुशबू देहरादून के बागानों में भी महसूस कर पाएंगे।
डीटीसी कंपनी की ओर से सिलीगुड़ी पश्चिम बंगाल से कुल 15 हजार असम प्रजाति की चाय की पौध मंगाई गई है। इसी के साथ कंपनी की ओर से टी-बोर्ड ऑफ इंडिया से भी लगभग एक लाख चाय के पौधों की मांग की गई है। देहरादून की खुद की नर्सरी में भी कुल 30,000 पौधे उगाए जाने की तैयारियां की जा रही हैं।
तो अब एक बार फिर से देहरादून में चाय के बागान जीवित एवं हरे-भरे हो जाएंगे। दरअसल, दून के चाय बागान धीरे-धीरे खत्म होने की कगार पर पहुंच गए हैं। किसी जमाने में यहां की चाय भी देश और विदेश में काफी मशहूर हुआ करती थी और देहरादून के आरकेडिया क्षेत्र में चाय पत्ती बनाने की एक बेहद मशहूर फैक्ट्री भी हुआ करती थी। लेकिन फैक्ट्री बंद होने के बाद चाय के बागान भी धीरे-धीरे खत्म होते गए।
अब देहरादून के चाय बागानों में अलग-अलग किस्म के चाय की पौध लगाई जा रही हैं। यहां तक कि असम की चाय भी अब यहां पर भी मिल सकेगी। डीटीसी इंडिया लिमिटेड ने देहरादून हरबंशवाला और आरकेडिया के चाय बागान को हरा-भरा करने की मुहिम शुरू की है। इसके लिए कंपनी की ओर से पश्चिम बंगाल के आसाम से विश्वप्रसिद्ध चाय की 15 हजार पौध मंगाएगी और उनका रोपण करेगी।
असम की चाय के अलावा डीटीसी कंपनी टी-बोर्ड ऑफ इंडिया से एक लाख चाय के पौधों के लिए भी बातचीत कर रही है और इस पर सोचविचार किया जा रहा है। इन सब के साथ ही कंपनी अपनी नर्सरी में खुद के 30 हजार चाय के पौधे भी तैयार कर रही है और जल्द ही इन्हें बागानों में रोपण कर लिया जाएगा।
बता दें कि डीके सिंह जो कि डीटीसी इंडिया लिमिटेड के निदेशक हैं, उनका कहना है कि उत्तराखंड के देहरादून में स्थित आरकेडिया और हरबंशवाला चाय बागानों का विस्तार करने जा रही है जिसके लिए असम प्रजाति के चाय की पौध मंगाई है। इससे भविष्य में चाय के उत्पादन में तेजी आएगी। कंपनी के इस प्रयास से देहरादून में चाय और हरियाली का विकास भी होगा।

0 Comments

Leave a Comment

ताजा पोस्ट