देहरादून के गुरूद्वारों के अध्यक्ष और प्रतिनिधियों ने सीएम से की मुलाकात |
महाराष्ट्र में फिर देवेन्द्र
महाराष्ट्र में शनिवार सुबह-सुबह सियासत का सबसे बड़ा उलटफेर देखने को मिला. शनिवार सुबह बीजेपी ने एनसीपी नेता अजित पवार के साथ मिलकर सरकार बना ली. राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने देवेंद्र फडणवीस को सीएम शपथ दिलाई. वहीं, अजित पवार को डिप्टी सीएम का पदभार मिला है।
महाराष्ट्र में सियासी रस्साकस्सी के बीच भाजपा ने बाजी मारते हुए एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बना ली है । देवेंद्र फडणवीस ने आज सुबह राजभवन में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूपमें दोबारा शपथ ली।
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने एनसीपी के अजित पवार को भी उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। इसके साथ ही शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री बनने कासपना टूट गया। राज्यपाल ने फडणवीस सरकार को 30 नवंबर तक बहुमत साबित करने का समय दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार को बधाई दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार जी को बधाई दी। मुझे विश्वास है कि वे महाराष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य के लिए लगन से काम करेंगे।
अमित शाह ने महाराष्ट्र की दोबारा कमान संभालने वाले देवेंद्र फडणवीस को बधाई देते हुए ट्वीट किया, 'श्री देवेंद्र फडणवीस जी को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और श्री अजीत पवार को प्रदेश के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर हार्दिक बधाई। मुझे विश्वास है कि यह सरकार महाराष्ट्र के विकास और कल्याण केप्रति निरंतर कटिबद्ध रहेगी और प्रदेश में प्रगति के नए मापदंड स्थापित करेगी।'
दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ' लोगों ने हमें स्पष्ट जनादेश दिया था लेकिन शिवसेना ने परिणाम आने के बाद दूसरी पार्टियों के साथ गठबंधन करने की कोशिश की। जिसकी वजह से राष्ट्रपति शासन लागू हो गया। महाराष्ट्र को एक स्थिर सरकार की जरूरत है न कि खिचड़ी सरकार की।'
शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा है, ''आज राजभवन की शक्तियों का दुरुपयोग हुआ है. अजीत पवार के इस फैसले के बारे में शरद पवार को कोई जानकारी नहीं थी. अजीत पवार ने शरद पवार को धोखा दिया है. रात के अंधेरे में ये पापा किया है
संजय राउत ने कहा कि कल बैठक में अजीत पवार नज़रे नहीं मिला रहे थे. जो इंसान पाप करने जाता है, वह ऐसा ही करता है. उन्होंने कहा कि अजीत पवार कल रात 9 बजे तक हमारे साथ थे. अजीत पवार जेल जाने से बचने के लिए बीजेपी के साथ गए हैं.
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