कोरोना काल को अटल आयुष्मान योजना से मिली मदद

देहरादून : कोरोना संकट के इस मुश्किल वक्त में अटल आयुष्मान योजना जरूरतमंदों के लिए मददगार साबित हो रही है। अब तक इस योजना के तहत 56 कोरोना मरीजों को कोरोना का मुफ्त इलाज दिया गया है। इनमें से 17 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर भी जा चुके हैं।
राज्य में कोरोना का सबसे पहला केस 15 मार्च को मिला था। मार्च में पूरे देश में लॉकडाउन घोषित किया गया, जिसके बाद अब अनलॉक में स्थिति को धीरे-धीरे पहले की तरह करना जारी है। राज्य में अब करीब छह महीनों बाद कोरोना संक्रमितों की संख्या 37 हजार के पार जा पहुंची है। पहले केवल सरकारी अस्पतालों में ही कोरोना मरीजों का इलाज किया जा रहा था। लेकिन अब सरकार ने निजी अस्पतालों में भी इसके इलाज की अनुमति दे दी है। निजी अस्पतालों में इलाज के लिए रकम सरकार द्वारा तय की गई हैं। इसके साथ ही अटल आयुष्मान योजना के लाभार्थियों का निजी अस्पतालों में मुफ्त में इलाज किया जाएगा।
सरकार द्वारा इस योजना के तहत राज्य के 23 लाख परिवारों को पांच लाख तक के मुफ्त इलाज की सुविधा दी गई है। मौजूदा वक्त में 40 लाख से ज्यादा लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बन चुके हैं। उनको भी मुफ्त इलाज की सुविधा दी गई है जिनके गोल्डन कार्ड नहीं बन पाए। निजी अस्पतालों को कहा गया है कि आरोग्य मित्र के पास उपलब्ध डाटाबेस के आधार पर मरीज की पहचान कर उन्हें मुफ्त में इलाज दें।
अटल आयुष्मान योजना के अध्यक्ष डीके कोटिया ने इस बारे में बताया कि निजी अस्पतालों में कोरोना के इलाज की व्यवस्था 30 अगस्त से शुरू कर दी गई थी। तब से अब तक हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट में 53 और श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में कोरोना संक्रमित 3 मरीज भर्ती हुए। इनकी तमाम जांच, उपचार निशुल्क किया गया है। अगर कोरोना पीड़ित कोई मरीज अटल आयुष्मान योजना का पात्र है और उसका गोल्डन कार्ड नहीं भी बना है तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। स्टेट हेल्थ एजेंसी बिना कार्ड के भी अस्पताल को मरीज के मुफ्त उपचार की मंजूरी दे देगी।

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