30 मार्च से शुरू हुआ पूर्णागिरि मेला शुक्रवार को होगा बंद, एक होने की थी अवधि

चम्पावत : उत्तराखडं के प्रसिद्ध पूर्णागिरि मेला का शुक्रवार को अधिकारिक तौर पर समापन हो जाएगा। मेले की व्यवस्थाएं समेटने का काम शुरू हो गया है। बता दें कि इस बार कोरोना संक्रमण के चलते पूर्णागिरि मेले की अवधि 30 दिन तक ही तय की गई थी। 
30 मार्च से शुरू हुए मेले में कोरोना को लेकर लगी पाबंदियों के बीच प्रथम नवरात्र तक ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। अप्रैल महीने में बढ़े संक्रमण की रफ्तार बढ़ने से मेला तीस दिन भी नहीं चल पाया। कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच तीस दिन तक चले मेले में करीब तीन लाख श्रद्धालु ही मां पूर्णागिरि के दर्शनों को पहुंच सके।
प्रथम नवरात्र के बाद श्रद्धालुओं की आवक कम होने से मेला क्षेत्र में सुनसानी छाने लगी थी। सुरक्षा में तैनात पुलिस फोर्स एक सप्ताह पहले ही वापस लौटा दिया गया था और अब मेले की अन्य व्यवस्थाएं समेटना शुरू हो गया है।
मेले के दौरान अधिकांश लोग ना तो निगेटिव रिपोर्ट साथ में लाये और ना ही जांच करा रहे थे। मेले में आने वाले श्रद्धालु टनकपुर में संक्रमण के फैलाने की प्रमुख वजह के रूप में उभरकर सामने आए हैं।
मंदिर समिति अध्यक्ष भुवन पांडेय ने बताया कि 1 मई से पूर्णागिरी में श्रद्धालुओं के रात्रि दर्शन पर पूरी तरह रोक लगा दी जाएगी।
जानकारी के मुताबिक, मेला क्षेत्र में व्यवस्था हटानी शुरू कर दी है। इस बार करीब तीन लाख की संख्या में श्रद्धालु देवी मां के दर्शन को पहुंचे। 

0 Comments

Leave a Comment

ताजा पोस्ट